विलायत के रक्षा के सिलसिले में आप की आवाज़ पहली आवाज़ थी, आप का जिहाद पहला जिहाद था, फिदक के लिए आप का जिहाद व विरोध इतना ज़ोरदार था,
के दुश्मन भी मानने पर मजबूर हो गए, कुछ ऐसा काम किया जिस को लोग आज तक याद करते हैं।
जनाबे मोहसिन की शहादत अस्ल में जनाबे फ़ातिमा की शहादत की शुरूआत थी, जनाबे फ़ातिमा ने बड़े बड़े आघात के बाद भी चुप चाप नहीं बैठीं बल्कि लगातार कोशिश करती
रहीं ताकि इमाम अली का हक़्क़े खिलाफ़त आप को वापस मिल जाए और अख़िर में आपने इसी रास्ते में अपनी जान क़ुर्बान कर दी सम्मानजनक है
फ़ातिमा स0 अ0 की पूरी जिंदगी वह ख़ुदा की नजरों में तमाम औरतों का उदहारण हैं, इन्हों ने अपनी चरित्र की पवित्रता से औरतों को मेराज अता किया।
दोस्तों! जनाबे फ़ातिमा स0 अ0 की जिंदगी और भूमिका का अध्ययन अलग अलग विभागों में डेट रहना और मुश्क़िल हालात और माहौल में धैर्य और संयम का पाठ पढ़ता है ،रसूले ख़ुदा स0 अ0
की मृत्यु का दुख और बीमारी की तकलीफ़ भी सच्चाई का बचाव करने से रोक ना सकी, आपने पूरी ताक़त के साथ सच्चाई की मदद की और अपनी बातों से लगतार इमाम अली अ0स0
के अधिकार को सिद्ध करने का प्रयास करती रहीं ،18 बरसों की आप की जिंदगी में वह तमाम चीज़ें मौजूद हैं जो एक अच्छी जिंदगी गुज़रने के लिए ज़रूरी है। बस ज़रूरी इस बात की है
कि हम इस जिंदगी को क़रीब से महसूस करें और इसी अपने दिलो दिमाग़ में उतारने की कोशिश करें।
यह विशेष बातें इसी मक़सद के लिए लिखा गया ताकि फ़ातिमा स0 अ0 की जिंदगी के महत्वपूर्ण और बेमिसाल कामों को दुनिया जान सके, इन्हें अपनी जिंदगी को कामयाब बनाने का उदाहरण बना सके,
और शाहज़ादी की पैदाइश और शहादत के दिनों इन मतालिब से लाभ उठा सके, इन महत्वपूर्ण बातों को लाभदायक बनाने के लिए हमने इनको चार भागों में बांटा है :
ख़ुदा करे जनाबे फ़ातिमा स0 अ0 की बारगाह में यह तुच्छ कोशिश स्वीकार हो, और सभी इससे लाभ उठाए, और अपनी दुआ मे हमे याद रखें
वस्सलाम : शाऊरे विलायत फ़ाउंडेशन