आयत

S.NoAyatReference
1 तुम्हारे मित्र तो केवल अल्लाह और उसका रसूल और वे ईमानवाले है; जो विनम्रता के साथ नमाज़ क़ायम करते है और ज़कात देते है रुकू में.मैदाह , आयात 55